सिंगरौली/चितरंगी।
रेहड़ा (चितावल खुर्द) की शासकीय उचित मूल्य दुकान पर बड़ा घोटाला सामने आया है। ग्रामीणों का आरोप है कि सहायक कोटेदार जवाहरलाल केवट ने तीन माह से 150 राशन कार्डधारियों का खाद्यान्न दबा रखा है।
ग्रामीणों के अनुसार, सहायक कोटेदार ने घर–घर जाकर ग्रामीणों से फिंगर लगवाए और आश्वासन दिया कि “जल्द ही कोटे का खाद्यान्न दे दिया जाएगा।” लेकिन हकीकत यह है कि अब तक किसी को एक दाना भी नहीं मिला। अनाज का पूरा स्टॉक गायब कर दिया गया है इस लापरवाही और हेराफेरी से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
ग्रामीणों का कहना है कि पहले हमें हमारा तीन माह का खाद्यान्न दिया जाए, उसके बाद ही नए समूह/कोटेदार को दुकान सौंपी जाए ग्रामीणों ने तहसीलदार व खाद्य विभाग से मांग की है कि— 1. 150 कार्डधारियों का तुरंत खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए 2. दोषी कोटेदार व सहायक कोटेदार पर कठोर कार्रवाई कर कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।