बैगा जनजाति की एक बड़ी बैठक चितरंगी के ग्राम कुसहनिया में संपन्न हुई, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष सहित हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे। बैठक में स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार मुख्य बिंदु रहे।
राज्य मंत्री पर भी लगाए आरोप बताये कि बैगा जनजाति के एक भी विधायक मंत्री नहीं है इसलिए बैगा जनजाति पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं जैसे नौकरी की बात हो या रोजगार की हो या किसी योजना की
योजना का लाभ नहीं मिलने से नाराजगी
बैगा जनजाति के लोगों ने सरकार की योजना का लाभ नहीं मिलने से नाराजगी जताई। उनका कहना है कि सरकार ने बिना परीक्षा और इंटरव्यू के तृतीय श्रेणी और चतुर्थ श्रेणी में शिक्षित बैगा जनजाति को रोजगार देने की योजना बनाई है, लेकिन सिंगरौली और सीधी जिले में इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।
मांगे न मानने पर आंदोलन की चेतावनी
बैगा जनजाति के लोगों ने मांग की है कि सिंगरौली और सीधी जिले में भी बैगा जनजाति को योजना से जोड़ा जाए और पढ़े-लिखे युवाओं को रोजगार दिलाया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
सरकार का फैसला
सरकार ने फैसला लिया है कि अब प्रदेश के सभी 55 जिलों में निवासरत पीवीटीजी समुदाय (बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति) के व्यक्तियों को शासन द्वारा पीवीटीजी के विकास हेतु विशेष रूप से संचालित समस्त योजनाओं का नियमानुसार और पात्रतानुसार लाभ दिया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष – राम मिलन बैगा, पदेश सचिव – मुन्नी लाल बैगा
, प्रदेश प्रवक्ता – विजय बहादुर बैगा, जिला अध्यक्ष – विजय बहादुर बैगा, जिला उपाध्यक्ष सिंगरौली रामशाह बैगा, ब्लाक अध्यक्ष चितरंगी किसुन प्रसाद बैगा एवं अन्य पदाधिकारी एवं हज़ारों की संख्या में ग्रामीण जनता उपस्थित रही