विभागीय तालमेल पर दिया जोर
सिंगरौली। मध्यप्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य श्रीमती मेघा पवार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बाल संरक्षण से जुड़े सभी विभागों की महत्वपूर्ण समन्वय बैठक संपन्न हुई। बैठक में बच्चों के देखरेख, संरक्षण, पोषण, पुनर्वास, शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल विवाह, भिक्षावृत्ति, यौन शोषण, तस्करी, नशाखोरी व बाल मजदूरी जैसे संवेदनशील मुद्दों पर विभागवार समीक्षा की गई और सभी अधिकारियों को सामूहिक जिम्मेदारी के साथ बाल हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए बैठक में अतिरिक्त कलेक्टर पी. के. सेनगुप्ता, महिला एवं बाल विकास अधिकारी जितेन्द्र गुप्ता, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष डॉ. आर. डी. पाण्डेय समेत समिति के अन्य सदस्य, जेजेवी बोर्ड की सदस्यगण, एसजेपीयू, डीसीपीयू, जिला बाल संरक्षण अधिकारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, श्रम, पुलिस, वन स्टॉप सेंटर और सीसीआई प्रतिनिधियों की मौजूदगी रही निरीक्षण का सिलसिला भी चला: बैठक उपरांत अपने दो दिवसीय प्रवास में मेघा पवार ने बाल कल्याण समिति के साथ स्कूलों, ओपन शेल्टर होम, एनआरसी, एसएनसीयू यूनिट व जिला जेल का निरीक्षण किया। हर स्थान पर व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए आवश्यक सुधार व कार्रवाई के निर्देश भी दिए निरीक्षण दल में डॉ. आर. डी. पाण्डेय, एस. बी. सिंह, प्रभाकर दुबे, अशोक शुक्ला, डॉ. उमेश सिंह, डॉ. एल. के. त्रिपाठी, नीरज शर्मा, सरोज सोनमानी और पाक्सो सपोर्ट पर्सन विनोद सिंह समेत अन्य अधिकारी शामिल रहे।
👉 फोकस बिंदु:
सभी विभागों को आपसी समन्वय से काम करने के निर्देश
बच्चों के सम्पूर्ण विकास और सुरक्षा के लिए गंभीर पहल
निरीक्षण में मिली खामियों पर दिए सुधार के निर्देश
संपादकीय टिप्पणी:
बाल अधिकारों की रक्षा तब ही संभव है जब कागजी योजनाओं को जमीनी स्तर पर उतारा जाए। इस दिशा में आयोग की सक्रियता सराहनीय है।
बाल अधिकारों पर समन्वय बैठक सम्पन्न-मेघा पवार ने दिए कड़े निर्देश बाल संरक्षण के हर पहलू पर चर्चा,
