चितरंगी, सिंगरौली।
सूत्रों से मिली सनसनीखेज जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत चितरंगी क्षेत्र में लंबे समय से पंचायतों में विकास कार्यों को लेकर भारी भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। जानकारी के मुताबिक, पंचायतों में TS (टेक्निकल स्वीकृति) से लेकर कार्य पूर्णता तक 20 से 25 प्रतिशत तक कमीशन का लेनदेन किया जा रहा है इस पूरे खेल में इंजीनियर, एसडीओ, सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक की संदिग्ध भूमिका सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि कोई भी निर्माण कार्य या योजना बिना “हिस्सेदारी” के स्वीकृत नहीं होती। TS पास कराने, मटेरियल बिल भुगतान, मास्टर रोल साइन करवाने से लेकर फाइनल पेमेंट तक हर स्तर पर कथित कमीशन लिया जा रहा है।
ग्रामीणों और कुछ जनप्रतिनिधियों ने भी इस मामले में नाराजगी जताते हुए कहा कि जनहित की योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं, और इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है जनपद कार्यालय स्तर से लेकर पंचायत स्तर तक फैले इस कथित भ्रष्टाचार की जांच की माँग अब तेज़ होने लगी है। अगर प्रशासन ने जल्द सख्त कदम नहीं उठाए, तो आने वाले समय में यह मामला बड़ा जनआंदोलन का रूप ले सकता है विशेष टिप्पणी जनपद पंचायत चितरंगी में चल रहे कथित कमीशन खेल पर अब सवाल जनपद सीईओ की भूमिका पर भी उठने लगे हैं क्या सीईओ को इस पूरे मामले की जानकारी है और वे जानबूझकर आंख मूंदे बैठे हैं, या फिर यह घोर लापरवाही का मामला है? दोनों ही स्थिति में जिम्मेदारी तय होनी चाहिए यदि अधिकारियों की मिलीभगत या चुप्पी सामने आती है, तो यह प्रशासनिक भ्रष्टाचार की गंभीर स्थिति होगी। जरूरी है कि जिला प्रशासन न सिर्फ नीचे स्तर पर बल्कि उच्च अधिकारियों की भूमिका की भी जांच कराए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करे।
चितरंगी में कट का खेल! विकास की योजनाएं बनी कमाई का ज़रिया, इंजीनियर से सरपंच तक बंदरबांट में शामिल?
