उमरिया। जिले के विश्वप्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा कोर क्षेत्र से एक बार फिर बाघ के हमले की चौंकाने वाली घटना सामने आई है। सोमवार सुबह ग्राम गागीताल निवासी 35 वर्षीय उदय भान अपने मवेशियों को पानी पिलाने जंगल की ओर गया था। इसी दौरान झाड़ियों में छिपे एक बाघ ने उस पर अचानक हमला कर दिया, जिससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना पनपथा कोर अंतर्गत गंगीताल बीट के कक्ष क्रमांक 432 की बताई जा रही है। जैसे ही बाघ ने युवक पर झपट्टा मारा, आस-पास मौजूद ग्रामीणों ने शोर मचाया, जिससे बाघ जंगल की ओर भाग गया। वन विभाग की टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर घायल युवक को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज जारी है।
उदय भान के परिजनों और ग्रामीणों ने घटना के बाद वन विभाग से मुआवजे और क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
बांधवगढ़: बाघों का गढ़, लेकिन खतरे भी साथ
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व भारत के प्रमुख बाघ अभयारण्यों में से एक है, जिसकी पहचान बाघों की उच्च सघनता और जैव विविधता के लिए होती है। पनपथा, ताला और मगधी कोर क्षेत्रों में नियमित रूप से बाघों की गतिविधि देखी जाती है।
हालांकि, इन संरक्षित क्षेत्रों के आसपास बसे गांवों में रहने वाले लोगों के लिए बाघों की निकटता अब खतरे का कारण बनती जा रही है। ग्रामीण अक्सर मवेशियों को जंगल की सीमाओं तक ले जाते हैं, जिससे वन्य जीवों से मुठभेड़ की संभावना बनी रहती है।
प्रशासन के सामने चुनौती
इस घटना ने एक बार फिर मानव-वन्यजीव संघर्ष की गंभीरता को उजागर किया है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि वन विभाग गश्त को बढ़ाए, चराई पर नियंत्रण लगाए और मवेशियों के लिए वैकल्पिक जल स्रोत उपलब्ध कराए ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
वन विभाग ने आश्वासन दिया है कि घायल युवक को समुचित उपचार एवं सहायता दी जाएगी और क्षेत्र में निगरानी बढ़ाई जाएगी।