औद्योगिक इकाइयोें के स्थापित होने से 30 हजार से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार-मुख्यमंत्री डॉ.यादव
इन्वेस्टर मीट में खनिज, नवकरणीय ऊर्जा, पर्यटन, स्टील प्लांट, कृषि एवं उद्यानिकी क्षेत्रों में मिले निवेश के प्रस्ताव
शहडोल रिंग रोड के निर्माण की मुख्यमंत्री ने की घोषणा
🔶 संभागीय मुख्यालय शहडोल में आयोजित प्रदेश की 7 वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के अवसर पर आयोजित पत्रकार वार्ता को सम्बोंधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि 32 हजार करोड़ रूपये के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए है। ये प्रस्ताव खनिज, नवकरणीय ऊर्जा, पर्यटन, स्टील प्लांट, कृषि एवं उद्यानिकी क्षेत्रों से संबंधित है। औद्योगिक इकाइयोें के स्थापित होने से 30 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। इस अवसर पर प्रदेश शासन के उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल, सांसद शहडोल संसदीय क्षेत्र श्रीमती हिमाद्री सिंह और विधायक जयसिंहनगर श्रीमती मनीषा सिंह उपस्थित रहीं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि शहडोल क्षेत्र में उद्योगों की स्थापना की अपार संभावनाएं है, यह उत्तर प्रदेश, और छत्तीसगढ से समीप है। शहडोल, खनिज संसाधनों से समृद्ध है, जिसमें कोयला, बॉक्साइट, फायर क्ले और ग्रेनाइट प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। यहाँ की वन संपदा और जैव विविधता इसे वन आधारित उद्योगों और औषधीय उत्पादों का प्रमुख केंद्र बनाती है। पर्यटन की दृष्टि से अमरकंटक नर्मदा और सोन नदियों का उद्गम स्थल है। धार्मिक और प्राकृतिक आकर्षण का केंद्र है। उमरिया जिले में बांधवगढ राष्ट्रीय उद्यान, सरसी आइलैंड पर्यटकों को आकर्षित करता है, आज आयोजित इस कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ किए गए संवाद से यह स्पष्ट हुआ कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश और उद्योग स्थापित किए जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि स्थानीय एमएसएमई को बड़े उद्योगों के साथ साझेदारी करने के अवसर प्राप्त होंगे, जिससे उनकी वृद्धि को बल मिलेगा एवं कुटीर, ग्रामोद्योग को भी इकोसिस्टम में जुड़ने का अवसर मिलेगा। कान्वलेक्व में 5000 से अधिक लोगों ने सहभागिता की। 50 से अधिक विशिष्ठ अतिथि तथा 3000 से अधिक एमएसएमई प्रतिभागियों ने भागीदारी की। जिनमें से अधिकांश ऊर्जा, खनिज, कृषि, उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्करण एवं पर्यटन क्षेत्र के उद्योगपति हैं। साथ ही मध्यप्रदेश में निवेश के लिए रुचि रखते हैं।
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों ने अपने अनुभव साझा किये। मध्यप्रदेश की अग्रसर औद्योगिक नीति एवं अनुकूल औद्योगिक वातावरण होने के कारण निवेश के निरंतर प्रस्ताव प्राप्त हो रहे हैं जो कि हमारी प्रगतिशील औद्योगिक नीति का प्रत्यक्ष प्रमाण है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा 15 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन बैठक की गई। जिसमे टोरेंट पावर, रिलायंस, शारदा एनर्जी, जे.एम.एस. माइनिंग, बजरंग पावर एवं इस्पात आदि प्रमुख उद्योगपति शामिल रहे। रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव शहडोल में 102 इकाईयों को 401 एकड़ भूमि आवंटित की गई जिसमें 3561 करोड़ से अधिक का पूंजी निवेश एवं 9561 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार प्रस्तावित है। रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव में 30 इकाईयों के भूमि पूजन लोकार्पण किये गये। जिसमें लगभग 572 करोड़ के प्रस्तावित निवेश एवं लगभग 2600 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार सृजित होने की संभावना है।
मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण एवं भूमिपूजन – रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव शहडोल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उप तहसील (टप्पा) कार्यालय भवन चन्नौड़ी, तहसील- जैतपुर, जिला- शहडोल का लोकार्पण राशि 93.40 लाख, औद्योगिक पार्क गोहपारू (दियापीपर) शहडोल का भूमिपूजन किया। यह 16.13 करोड रूपये की लागत से 51 हेक्टेयर भूमि में विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी द्वारा घोषणा- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम.एस.एम.ई इकाइयों के लिए 3 नवीन औद्योगिक क्षेत्र बनाने की घोषणा की है। जिसमें जिला शहडोल के ब्यौहारी तहसील, मऊ ग्राम, में 37.00 एकड़ क्षेत्रफल, जिला उमरिया के चंदिया तहसील, लोढ़ा ग्राम, में 12.00 एकड क्षेत्रफल, जिला अनूपपुर के बरगाँ ग्राम में 11.00 एकड क्षेत्रफल में नवीन औद्योगिक क्षेत्र शामिल है।
साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यूआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज शहडोल में स्नातक स्तर का बीटेक पाठ्यक्रम, आगामी सत्र से कंप्यूटर साइंस में नई टेक्नोलॉजी एआईएमएल, आईओटी, ड्रोन आदि का समावेश करने, स्नातकोत्तर स्तर का एमटेक पार्टटाइम पाठ्यक्रम, माइनिंग इंजीनियरिंग भी इसी सत्र से प्रारंभ करने की घोषणा की है। इसके साथ ही सेंट्रल वर्कशॉप, ट्रांसिट, हॉस्टल एवं स्पोर्ट्स ग्राउंड भी इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में विकसित करने एवं शहडोल रिंग रोड़ के निर्माण की घोषणा की।